एक काका और काकी दोनों पैदल जा रहे थे
लेकिन वह साथ साथ ना चल कर थोडा आगे पीछे चल रहे थे
ऐसा देखके एक भाई ने पुछा काका ऐसे क्यों चल रहे हो
काका ने बड़े ही दुखी स्वर में कहा बेटा क्या करूँ तेरी काकी का नाम आशा हे और मेरा नाम राम है।
साथ में चलते हे तो लोग आशाराम आशाराम कह कर पीछे से चिड़ाते हे

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